जगत में अन्यथा ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो नहीं चाहता होगा कि उसका भाग्य उज्जवल हो और वह सफलताएँ प्राप्त करे अपने भाग्य को उज्ज्वल के लिए हर इंसान बहुत मेहनत करता हैं, किंतु कुछ ही की मेहनत रंग लाती हैं
सोने से पहले पीतल के बर्तन में पानी भरकर उसे अपने सिरहाने रखें। सुबह इसी पानी को पेड़ में डालने से भाग्य अमंगल टलने लगते है सुबह जब घर में भोजन बने तो सबसे पहलेवाली रोटी अन्य रोटियों से थोड़ी बड़ी बनायें और इसे अलग निकाल लें। इस रोटी के चार बराबर टुकड़े कर लें और इन चारों पर कुछ मीठा जैसे झ खीर, गुड़ या शक्कर रख दें। सबसे पहले एक टुकड़ा गाय को खिला दें, दुसरा टुकड़ा कुत्ते को खिला दें, तीसरे भाग को कौओं को खिला दें, अब रोटी का अंतिम टुकड़ा एवं कुछ अन्न घर पर आये किसी भिक्षु को दे दें। यह छोटा-सा उपाय रोज करने से आपको सुख मिलेगा और आपका भाग्य कुछ ही दिनों में उज्ज्वल होगा किसी भी तालाब, झील या नदी में मछलियों को नित्य जाकर आटे की गोलियां खिलाएं। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का यह बहुत ही अचूक उपाय है। घर में स्थापित देवी-देवताओं को रोज ताजे फूलों से श्रृंगारित करना चाहिए। घर में स्थापित देवी-देवताओं को फूल आदि अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं व साधक का भाग्य चमका देते हैं। ध्यान रहे कि जब भी आप घर में प्रवेश करें तो कभी खाली हाथ न जाएं। घर में हमेशा कुछ न कुछ लेकर ही प्रवेश करें, चाहे वह पेड़ का पत्ता ही क्यों न हो।जब भी सुबह उठें तो सबसे पहले दोनों हाथों की हथेलियों को न कुछ क्षण देखकर चेहरे पर तीन चार बार फेरें और ईश्वर को में नमस्कार करें। इसका कारण है कि , हथेली के अग्र भाग में मां लक्ष्मी, व मध्य भाग में मां सरस्वती व मूल । भाग (मणि बंध) में भगवान विष्णु ह का स्थान होता है। नित्य यह कर्म करने से जातक का भाग्य चमक ने उठता है।
वैदिक ग्रंथों के अनुसार घर में बन रहे भोजन में से पशु (गौ माता) का हिस्सा भी अलग से रखें गौमाता धरती पर ईश्वर का वरदान मानी जाती है। ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।